Sunday, May 13, 2012

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डीजीसीए ने बढ़ाया एमपी का टेंशन

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब अपने दौरों में निजी हवाई जहाज और हैलीकॉप्टर का सहारा ले रहे हैं। जरूरत पड़ने पर सड़क मार्ग का भी सहारा लिया जा रहा है। नागरिक उड्डयन महानिदेशक (डीजीसीए) द्वारा सरकारी विमान बेड़े में शामिल हवाई जहाज और हैलीकॉप्टर की उड़ानों पर रोक लगाए जाने के बाद ऐसा हो रहा है।
रांची में हैलीकॉप्टर हादसे के बाद डीजीसीए ने मध्यप्रदेश के विमान बेड़े पर रोक लगा दी थी। यह रोक ऐसे समय लगी जब मुख्यमंत्री दिल्ली में थे, इस कारण मुख्यमंत्री को लेकर गया हवाई जहाज उन्हें छोड़कर वापस आ गया। इसलिए मुख्यमंत्री को नियमित विमान से भोपाल आना पड़ा। चूंकि मुख्यमंत्री लगातार दौरे पर हैं, इसलिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत निजी कंपनियों का सहारा लिया गया। मुख्यमंत्री आज जबलपुर में हैं, वहां उन्होंने कुछ दूरी सड़क मार्ग से और कुछ हवाई मार्ग से पूरी की। मालूम हो मुख्यमंत्री के हवाई बेड़े में तीन हैलीकॉप्टर और एक हवाई जहाज शामिल है। इसमें अत्याधुनिक तकनीकी का एक हैलीकॉप्टर हाल ही में खरीदा गया है।
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव कहते हैं कि डीजीसीए के आदेश की प्रति हमें अभी तक नहीं मिली है, लेकिन जैसे ही हमें पता चला कि डीजीसीए ने रोक लगाए जाने के आदेश अपनी बेवसाइट में चस्पा कर दिया है वैसे ही तत्काल हमने अपनी उड़ानों को रोक दिया। मुख्यमंत्री भी नियमित विमान से दिल्ली से भोपाल आए। इसके बाद से सीएम वैकल्पिक व्यवस्था के तहत निजी कंपनियों के हवाईजहाज और हैलीकॉप्टर से दौरे कर रहे हैं।
डीजीसीए का इंतजार -
प्रदेश सरकार को अब डीजीसीए के अगले आदेश का इंतजार है। डीजीसीए के निरीक्षण के बाद ही प्रदेश के हवाई जहाज और हैलीकॉप्टर उड़ान भर सकेंगे। तब तक मुख्यमंत्री निजी विमान कंपनियों की मदद लेते रहेंगे।

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