Thursday, June 7, 2012

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15 जिलों के कलेक्टर ‘सेफ’

 प्रदेश के 15 जिलों के कलेक्टरों के लिए राहत की खबर है, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इन जिलों में कलेक्टरों सहित चुनाव कार्य में  लगे अधिकारी-कर्मचारियों के तबादलों पर रोक लगा दी गई है।
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम के तहत प्रदेश की 49 नगरीय निकायों में दो चरणों में मतदान होना है। प्रथम चरण का मतदान 28 जून और द्वितीय चरण का मतदान 30 जून को होना है। प्रथम चरण के मतदान के परिणामों की घोषणा 2 जुलाई और द्वितीय चरण के परिणामों की घोषणा 4 जुलाई को होगी। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने के साथ ही चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई है। यानी जिन 15 जिलों के अंतर्गत चुनाव हो रहे हैं वहां चुनाव कार्य में लगे अधिकारी-कर्मचारियों के तबादले नहीं होंगे। इनमें आदिवासी जिलों के कलेक्टर शामिल हैं। जून तक गेंहू खरीदी के चलते राज्य सरकार ने कलेक्टरों के तबादले न करने का फैसला लिया था। गेंहू खरीदी का कार्य पूर्ण होते ही सरकार ने तबादला मंथन शुरू किया, तबादला आदेश जारी होता इसके पहले ही राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी। चुनाव घोषणा के साथ ही कलेक्टरी कर रहे आईएएस अफसरों ने राहत की सांस जरूर ली होगी। 

ये कलेक्टर सुरक्षित -
रतलाम राजेन्द्र शर्मा, बैतूल बी चंद्रशेखर, झाबुआ जयश्री कियावत, अलीराजपुर राजेन्द्र सिंह, धार बृजमोहन शर्मा, बड़वानी नवनीत कोठारी, बुरहानपुर आशुतोष अवस्थी, छिंदवाड़ा महेश चंद्र चौधरी, सिवनी अजीत कुमार, मण्डला स्वाति मीना, डिण्डोरी जीवी रश्मि, बालाघाट विवेक कुमार पोरवाल, शहडोल नीरज दुबे, अनुपपुर जेके जैन, उमरिया एनएस भटनागर।

अधिकारी बोले -
49 नगरीय निकायों में चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही आचार संहिता प्रभावशील हो गई है। चुनाव कार्य में लगे अधिकारी-कर्मचारियों के तबादलों पर भी रोक लगा दी गई है। यदि बहुत जरूरी हुआ तो राज्य सरकार तबादलों से पहले आयोग से अनुमति लेगी।
अजीत रायजादा, आयुक्त राज्य निर्वाचन आयोग

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